विराम चिह्न
विराम चिह्न रहित वाक्य में दो उचित विरामचिह्न लगाने हैं ।
विराम चिह्न:- 'विराम' का शाब्दिक अर्थ होता है, ठहराव।
लिखते समय लेखक यों ही नहीं दौड़ता, बल्कि कहीं थोड़ी देर के लिए रुकता है, ठहरता है और पूरा (पूर्ण) विराम लेता है। यही कारण है कि लेखनकार्य में भी विरामचिह्नों का प्रयोग करना पड़ता है।
यदि इन चिन्हों का उपयोग न किया जाय, तो भाव अथवा विचार की स्पष्टता में बाधा पड़ेगी और वाक्य एक-दूसरे से उलझ जायेंगे और तब पाठक को व्यर्थ ही परेशानी का सामना करना पडेगा।
पाठक के भाव-बोध को सरल और सुबोध बनाने के लिए विरामचिन्हों का प्रयोग होता है।
सारांश यह कि वाक्य के सुन्दर गठन और भावाभिव्यक्ति की स्पष्टता के लिए इन विरामचिह्नों की आवश्यकता और उपयोगिता मानी गयी है।
हिन्दी में प्रयुक्त विराम चिह्न
- हिन्दी में निम्नलिखित विरामचिह्नों का प्रयोग अधिक होता है-
हिंदी में प्रचलित प्रमुख आठ विराम चिह्न निम्नलिखित है-
(1) अल्प विराम ( , )
(2) अर्द्ध विराम ( ; )
(3) पूर्ण विराम ( । )
(4)प्रश्नचिह्न (?)
(5) विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! )
(6) निर्देशक ( - )
(7) कोष्ठक ( () )
(8) अवतरण चिह्न या उद्धरणचिह्न ( ''... '' )
विशेष जानकारी के लिए
(9) विवरण चिह्न ( :- )
(10) अपूर्ण विराम ( : )
(11) योजक चिह्न
आदि चिह्नों का प्रयोग किया जाता है ।
(1)अल्प विराम ( , ) -
वाक्य में जहाँ थोड़ा रुकना हो या अधिक वस्तुओं, व्यक्तियों आदि को अलग करना हो वहाँ अल्प विराम ( , ) चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
जैसे :- (1)हम बत्तीस घनिष्ठ मित्र हैं, एक-से-एक मजबूत।
(2) अर्द्ध विराम (;)
अल्प विराम की अपेक्षा कुछ अधिक काल तक ठहरना पड़ता है ।
जैसे:- 1) कोरोना के कारण व्यवसाय बंद है ; वाणिज्य बंद है; कृषि कार्य बंद है; हाहाकार मच रहा है।
(3) पूर्ण विराम (।)
यह चिह्न जहां हो वहां भलीभांति ठहरना चाहिए ।यह चिह्न कथन पूर्ण होने का संकेत देता है ।
जैसे :- 1) निराला बडे अच्छे कवि थे ।
(4) प्रश्न चिह्न (?)
प्रश्नबोधक वाक्य के आगे पूर्ण विराम के बदले (?)यह प्रश्न बोधक चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) क्या यह संभव हो सकता है ?
(5) विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! )
विस्मय,शोक, करुणा, प्रार्थना, आज्ञा आदि चित्तवृत्ति दिखाने वाले शब्द,पद, वाक्यांश या वाक्य के आगे विस्मय बोधक (!) चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) वाह! क्या बनावट की थी स्तूप की ।
(6) निर्देशक चिह्न
जहां वाक्य टूट गया हो,जहां कोई पद या वाक्यांश किसी कारण से लिखने योग्य न हो और जहाँ किसी पद या वाक्य की भूल सुधारने या अधिक जोर डालने के लिए निर्देश चिह्न लगाते हैं ।
जैसे:- 1) नेता जी ने कहा - तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा ।
(7) कोष्ठक चिह्न ([ ] ,{ } ,( ) ) किसी पद , समानार्थी शब्द, वाक्यांश,को कोष्ठक चिह्न के भीतर रखते हैं ।
जैसे:- 1) सुरेश :(स्वगत)अब क्या करूं ?
(8) अवतरण चिह्न
( '------' )इकहरा अवतरण
( "------" )दुसरा अवतरण
जैसे:- 1) माँ हँसकर कहतीं, " जा-जा बेचारा मेरे काम में पूजा-भोग की बात नहीं उठाता कभी।"
(9) विवरण चिह्न(:-) (-)
किसी पद की व्याख्या करने या किसी के बारे में विस्तार से कहने के लिए ( :-) (-) चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) पसंद आ गई तो अच्छा है, वरना -
(10) अपूर्ण विराम
किसी विषय से संबंधित पद या व्याख्या करने , विस्तार से कहने या टिप्पणी आदि वाक्य देने केलिए अपूर्ण विराम लगाते हैं।
जैसे:- 1) सागर : पिंटू ......पिंटू ! चलो हमें जाना हैं ।
(11) योजक चिह्न
हाइफन (-)
यह चिह्न निर्देशक चिह्न से लगभग आधे से भी छोटा होता है
जैसे:- 1) मेरी चाची ने फुस-फुसाकर कहा ।
कृति कार्य
पाठाध्यापन के बाद पाठ में आए सभी प्रकारके विराम चिह्न सहित वाक्य चुनकर लिखना व चिह्नों को नामनिर्देशन करना है।
विराम चिह्न रहित वाक्य में दो उचित विरामचिह्न लगाने हैं ।
विराम चिह्न:- 'विराम' का शाब्दिक अर्थ होता है, ठहराव।
लिखते समय लेखक यों ही नहीं दौड़ता, बल्कि कहीं थोड़ी देर के लिए रुकता है, ठहरता है और पूरा (पूर्ण) विराम लेता है। यही कारण है कि लेखनकार्य में भी विरामचिह्नों का प्रयोग करना पड़ता है।
यदि इन चिन्हों का उपयोग न किया जाय, तो भाव अथवा विचार की स्पष्टता में बाधा पड़ेगी और वाक्य एक-दूसरे से उलझ जायेंगे और तब पाठक को व्यर्थ ही परेशानी का सामना करना पडेगा।
पाठक के भाव-बोध को सरल और सुबोध बनाने के लिए विरामचिन्हों का प्रयोग होता है।
सारांश यह कि वाक्य के सुन्दर गठन और भावाभिव्यक्ति की स्पष्टता के लिए इन विरामचिह्नों की आवश्यकता और उपयोगिता मानी गयी है।
हिन्दी में प्रयुक्त विराम चिह्न
- हिन्दी में निम्नलिखित विरामचिह्नों का प्रयोग अधिक होता है-
हिंदी में प्रचलित प्रमुख आठ विराम चिह्न निम्नलिखित है-
(1) अल्प विराम ( , )
(2) अर्द्ध विराम ( ; )
(3) पूर्ण विराम ( । )
(4)प्रश्नचिह्न (?)
(5) विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! )
(6) निर्देशक ( - )
(7) कोष्ठक ( () )
(8) अवतरण चिह्न या उद्धरणचिह्न ( ''... '' )
विशेष जानकारी के लिए
(9) विवरण चिह्न ( :- )
(10) अपूर्ण विराम ( : )
(11) योजक चिह्न
आदि चिह्नों का प्रयोग किया जाता है ।
(1)अल्प विराम ( , ) -
वाक्य में जहाँ थोड़ा रुकना हो या अधिक वस्तुओं, व्यक्तियों आदि को अलग करना हो वहाँ अल्प विराम ( , ) चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
जैसे :- (1)हम बत्तीस घनिष्ठ मित्र हैं, एक-से-एक मजबूत।
(2) अर्द्ध विराम (;)
अल्प विराम की अपेक्षा कुछ अधिक काल तक ठहरना पड़ता है ।
जैसे:- 1) कोरोना के कारण व्यवसाय बंद है ; वाणिज्य बंद है; कृषि कार्य बंद है; हाहाकार मच रहा है।
(3) पूर्ण विराम (।)
यह चिह्न जहां हो वहां भलीभांति ठहरना चाहिए ।यह चिह्न कथन पूर्ण होने का संकेत देता है ।
जैसे :- 1) निराला बडे अच्छे कवि थे ।
(4) प्रश्न चिह्न (?)
प्रश्नबोधक वाक्य के आगे पूर्ण विराम के बदले (?)यह प्रश्न बोधक चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) क्या यह संभव हो सकता है ?
(5) विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! )
विस्मय,शोक, करुणा, प्रार्थना, आज्ञा आदि चित्तवृत्ति दिखाने वाले शब्द,पद, वाक्यांश या वाक्य के आगे विस्मय बोधक (!) चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) वाह! क्या बनावट की थी स्तूप की ।
(6) निर्देशक चिह्न
जहां वाक्य टूट गया हो,जहां कोई पद या वाक्यांश किसी कारण से लिखने योग्य न हो और जहाँ किसी पद या वाक्य की भूल सुधारने या अधिक जोर डालने के लिए निर्देश चिह्न लगाते हैं ।
जैसे:- 1) नेता जी ने कहा - तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा ।
(7) कोष्ठक चिह्न ([ ] ,{ } ,( ) ) किसी पद , समानार्थी शब्द, वाक्यांश,को कोष्ठक चिह्न के भीतर रखते हैं ।
जैसे:- 1) सुरेश :(स्वगत)अब क्या करूं ?
(8) अवतरण चिह्न
( '------' )इकहरा अवतरण
( "------" )दुसरा अवतरण
जैसे:- 1) माँ हँसकर कहतीं, " जा-जा बेचारा मेरे काम में पूजा-भोग की बात नहीं उठाता कभी।"
(9) विवरण चिह्न(:-) (-)
किसी पद की व्याख्या करने या किसी के बारे में विस्तार से कहने के लिए ( :-) (-) चिह्न लगाते हैं।
जैसे:- 1) पसंद आ गई तो अच्छा है, वरना -
(10) अपूर्ण विराम
किसी विषय से संबंधित पद या व्याख्या करने , विस्तार से कहने या टिप्पणी आदि वाक्य देने केलिए अपूर्ण विराम लगाते हैं।
जैसे:- 1) सागर : पिंटू ......पिंटू ! चलो हमें जाना हैं ।
(11) योजक चिह्न
हाइफन (-)
यह चिह्न निर्देशक चिह्न से लगभग आधे से भी छोटा होता है
जैसे:- 1) मेरी चाची ने फुस-फुसाकर कहा ।
कृति कार्य
पाठाध्यापन के बाद पाठ में आए सभी प्रकारके विराम चिह्न सहित वाक्य चुनकर लिखना व चिह्नों को नामनिर्देशन करना है।
https://testmoz.com/q/2877908 इस लिंक पर जाकर परीक्षा दीजिए ।
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