कारक और उनकी विभक्तियाँ
कारक किसी कार्य को करने वाला
परिभाषा :- वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है ।
1.कर्ताकारक (ने) प्रथमा
कार्य या करने वाले का बोध
उदा:-
१) मनोहर खेलता है ।
२) बालिका ने भरता बनाया ।
३) मोहन लिख रहा है ।
४) हाथी झूम रहा है।
५) माया ने अध्ययन किया।
६) मृणाल ने यात्रा की ।
2.कर्मकारक (को ) द्वितिया
क्रिया का फल जिसपर पड़ता है उसका बोध होता है ।
उदा:-
१) गिरिजा ने पंछी को उड़ाया ।
२) संजय पुस्तक पढ़ रहा है ।
३) मंजिरी ढोलक बजा रही है।
४) सोहम गेंद खेल रहा है ।
3.करणकारक (से) तृतीया
साधन का बोध होता है ।
उदा:-
१) चाकू से पेंसिल काटी गई ।
२) उसने ब्रश से चित्र रंगाया ।
३) मेरा भाई दाँए हाथ से लिखता है ।
४) हम दही के साथ रोटी खाते हैं।
५) मैं मोहन के द्वारा संदेश भेज दूंगा।
4.संप्रदानकारक (को,के लिए) चतुर्थी
किसके लिए का बोध होता है
उदा:-
१) भूखे को अन्य दो ।
२) भैया मुन्नी के लिए खिलौना ले आए ।
३) अपनी पुस्तकें दूसरों को मत दो ।
४) अध्यापक ने छात्रों के लिए पुस्तक लिखी।
5.अपादान कारक (से) पंचमी
तुलना या पृथक होने का बोध होता है ।
उदा :-
१) स्टेशन से गाड़ी छूटती है ।
२) सबसे कौन बड़ा है?
३) मोहन छत से कूद पड़ा ।
४) यह घर से भाग चुका है।
6. संबंधकारक (का,की,के) षष्ठी
संबंध, अधिकार या नाता का बोध होता है।
उदा:-
१) उसका हक है ।
२) विश्वास की किताब है ।
३) राम के भाई ।
४) गाय के पूंँछ या पैर।
५) सुरभि का लेख सुंदर है।
६) प्रणव की माता जी आ रही हैं।
7.अधिकरण कारक (में ,पर) सप्तमी
स्थान (कहाँ) का बोध होता है ।
उदा:-
१) टेबल में पुस्तक है।
२) मेज पर किताब है।
३) रास्ते पर रोडा पड़ा है ।
४) चिड़िया पेड़ पर बैठी है ।
५) लॉकडाउन में घर के भीतर बैठो ।
६) छत के ऊपर चलें आओ।
8. संबोधन कारक अष्टमी
कोई विभक्ति - चिह्न नहीं होता ।
उदा:-
१) हे भगवान! मुझे करोना से बचाइए ।
२) अरे भाई !तुम अब तक कहाँ थे ?
कुछ उदाहरण:-
1लक्ष्मी ने आज भी दूध नहीं दिया । (दूध कर्मकारक)
2.नारी महान है । (नारी कर्ताकारक )
3.आप अस्पताल में हैं। (अस्पताल में अधिकरणकारक )
4. ईश्वर की प्राप्ति आसानी से नहीं होती । (ईश्वर की संबंधकारक)
5.गोवा की मांडवी नदी वर्ष भर पानी से भरी रहती है । (पानी से करणकारक)
6.चाची अपने कमरे से निकल गई । (कमरे से अपादान कारक)
7.धन कमाने के लिए अनेक व्यवसाय चल रहे हैं। (के लिए संप्रदान कारक)
स्वाध्याय एवं कृतिकार्य
निम्नलिखित वाक्यों में अधोरेखांकित शब्दों के कारक बताइए ।
१) राजा ने चारों बहनों को बुलाया ।
२) सुबह का समय था ।
३) मेरा काम तो पुणे में था ।
४) श्रीमती जी ने सूची मुझे दे दी ।
५) मेहनत से मिलने वाला धन ही मेरा है ।
६) वैद्य जी, यह आपकी भेंट है ।
कारक किसी कार्य को करने वाला
परिभाषा :- वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है ।
1.कर्ताकारक (ने) प्रथमा
कार्य या करने वाले का बोध
उदा:-
१) मनोहर खेलता है ।
२) बालिका ने भरता बनाया ।
३) मोहन लिख रहा है ।
४) हाथी झूम रहा है।
५) माया ने अध्ययन किया।
६) मृणाल ने यात्रा की ।
2.कर्मकारक (को ) द्वितिया
क्रिया का फल जिसपर पड़ता है उसका बोध होता है ।
उदा:-
१) गिरिजा ने पंछी को उड़ाया ।
२) संजय पुस्तक पढ़ रहा है ।
३) मंजिरी ढोलक बजा रही है।
४) सोहम गेंद खेल रहा है ।
3.करणकारक (से) तृतीया
साधन का बोध होता है ।
उदा:-
१) चाकू से पेंसिल काटी गई ।
२) उसने ब्रश से चित्र रंगाया ।
३) मेरा भाई दाँए हाथ से लिखता है ।
४) हम दही के साथ रोटी खाते हैं।
५) मैं मोहन के द्वारा संदेश भेज दूंगा।
4.संप्रदानकारक (को,के लिए) चतुर्थी
किसके लिए का बोध होता है
उदा:-
१) भूखे को अन्य दो ।
२) भैया मुन्नी के लिए खिलौना ले आए ।
३) अपनी पुस्तकें दूसरों को मत दो ।
४) अध्यापक ने छात्रों के लिए पुस्तक लिखी।
5.अपादान कारक (से) पंचमी
तुलना या पृथक होने का बोध होता है ।
उदा :-
१) स्टेशन से गाड़ी छूटती है ।
२) सबसे कौन बड़ा है?
३) मोहन छत से कूद पड़ा ।
४) यह घर से भाग चुका है।
6. संबंधकारक (का,की,के) षष्ठी
संबंध, अधिकार या नाता का बोध होता है।
उदा:-
१) उसका हक है ।
२) विश्वास की किताब है ।
३) राम के भाई ।
४) गाय के पूंँछ या पैर।
५) सुरभि का लेख सुंदर है।
६) प्रणव की माता जी आ रही हैं।
7.अधिकरण कारक (में ,पर) सप्तमी
स्थान (कहाँ) का बोध होता है ।
उदा:-
१) टेबल में पुस्तक है।
२) मेज पर किताब है।
३) रास्ते पर रोडा पड़ा है ।
४) चिड़िया पेड़ पर बैठी है ।
५) लॉकडाउन में घर के भीतर बैठो ।
६) छत के ऊपर चलें आओ।
8. संबोधन कारक अष्टमी
कोई विभक्ति - चिह्न नहीं होता ।
उदा:-
१) हे भगवान! मुझे करोना से बचाइए ।
२) अरे भाई !तुम अब तक कहाँ थे ?
कुछ उदाहरण:-
1लक्ष्मी ने आज भी दूध नहीं दिया । (दूध कर्मकारक)
2.नारी महान है । (नारी कर्ताकारक )
3.आप अस्पताल में हैं। (अस्पताल में अधिकरणकारक )
4. ईश्वर की प्राप्ति आसानी से नहीं होती । (ईश्वर की संबंधकारक)
5.गोवा की मांडवी नदी वर्ष भर पानी से भरी रहती है । (पानी से करणकारक)
6.चाची अपने कमरे से निकल गई । (कमरे से अपादान कारक)
7.धन कमाने के लिए अनेक व्यवसाय चल रहे हैं। (के लिए संप्रदान कारक)
स्वाध्याय एवं कृतिकार्य
निम्नलिखित वाक्यों में अधोरेखांकित शब्दों के कारक बताइए ।
१) राजा ने चारों बहनों को बुलाया ।
२) सुबह का समय था ।
३) मेरा काम तो पुणे में था ।
४) श्रीमती जी ने सूची मुझे दे दी ।
५) मेहनत से मिलने वाला धन ही मेरा है ।
६) वैद्य जी, यह आपकी भेंट है ।